SSC Phase-13 परीक्षा विवाद और 2025 दिल्ली का “Delhi Chalo” आंदोलन

SSC Phase-13 परीक्षा विवाद और 2025 दिल्ली का “Delhi Chalo” आंदोलन

परिचय

जुलाई-अगस्त 2025 में आयोजित Staff Selection Commission (SSC) की Selection Post Phase‑13 परीक्षा कई तकनीकी गड़बड़ियों, अचानक रद्दीकरण, गलत केंद्र आवंटन और बायोमैट्रिक समस्याओं के कारण पूरे देश में विवादित बनी। इस परीक्षापर छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर “Delhi Chalo” आंदोलन शुरू किया और दिल्ली के प्रमुख स्थानों जैसे Jantar MantarCGO Complex पर प्रदर्शन किया।
परीक्षा के दौरान क्या समस्याएं सामने आईं?

Exam centre की गड़बड़ी

SSC की परीक्षा 24 जुलाई से 1 अगस्त तक आयोजित की गई। लेकिन कई उम्मीदवारों को आख़िरी समय में बताया गया कि उनकी परीक्षा बिना पूर्व सूचना रद्द कर दी गई है। कुछ लोगों को ऐसे exam centre पर बुलाया गया, जो उनके शहरों से सैकड़ों किलोमीटर दूर थे, जैसे जयपुर से अंडमान निकोबार। लाखों रुपये खर्च करके centre तक पहुंचे उम्मीदवारों को परीक्षा से वंचित होना पड़ा।The Times of India+7The Indian Express+7The Logical Indian+7

तकनीकी विफलताएं

कई centres में system crash, खराब माउस, ब्लैकआउट स्क्रीन, password / biometric failure, auto-submission जैसी तकनीकी खामियां सामने आईं। उम्मीदवारों ने बताया कि login होते ही system crash हो जाता, pause screen में व्यक्ति की बदली गिनती होती, और कभी power cut भी हुआ।www.ndtv.com

Vendor Selection विवाद

इस परीक्षा के लिए SSC ने Eduquity Career Technologies को परीक्षा का ठेका दिया, जो छात्रों के अनुसार पहले भी ब्लैकलिस्ट की जा चुकी थी। कैंडिडेट्स ने आरोप लगाया कि Eduquity के पास इतने बड़े स्तर पर परीक्षा कराने की क्षमता नहीं थी और फीस कम होने की वजह से SSC ने इस बिन ट्रेन्ड कंपनी को चुन लिया।ThePrint+1The Logical Indian+1


सोशल मीडिया का रोल: हैशटैग्स और viral तुलना

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर छात्रों और शिक्षकों द्वारा वीडियो, ट्वीट्स और अनुभव साझा किए गए।
ट्रेंडिंग हैशटैग्स: #SSCMisManagement, #SSCSystemSudharo, #JusticeForAspirants
उम्मीदवारों ने exam centre से बाहर निकलने के बाद मोबाइल पर रिकॉर्डेड videos साझा किए जिसमें तकनीकी गड़बड़ी, गलत behaviour और exam staff की लापरवाही भी दिख रही थी।The Times of India+13The Logical Indian+13The Indian Express+13ThePrint+2The Indian Express+2The Times of India+2


दिल्ली में “Delhi Chalo” आंदोलन: बड़े पैमाने पर प्रदर्शन


कौन थे प्रदर्शनकारी?

प्रदर्शन में शामिल हुए कई लोकप्रिय शिक्षकों जैसे Neetu Singh (Neetu ma’am), Rakesh Yadav sir, और Aditya Ranjan— जिन्होंने छात्रों के समर्थन में “Delhi Chalo” आंदोलन का आह्वान किया। उन्होंने सीधे DoPT (Department of Personnel & Training) से मुलाकात की मांग की और सिस्टम में सुधार की अपील की।The Logical Indian+4www.ndtv.com+4The Economic Times+4

प्रदर्शन स्थल और पुलिस गिरफ्तारी

Jantar Mantar और CGO Complex पर शांतिपूर्ण धरने के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कुछ शिक्षकों और छात्रों को गिरफ्तार कर Timarpur या Bawana पुलिस स्टेशन में भेजा गया। Aditya Ranjan ने बताया कि उन्हें बेरहमी से हिरासत में उठाया गया और फिर देर रात रिहा किया।The Economic Times+3The Indian Express+3The Logical Indian+3

राजनीतिज्ञों की प्रतिक्रिया

AAP अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने इस घटना को युवा पीढ़ी की उम्मीदों पर लाठी मारना बताया और वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा: “ये लठियांस सिर्फ शरीर पर नहीं बल्कि एक पूरी पीढ़ी की उम्मीदों पर चोट कर रहे हैं।” दिल्ली पुलिस ने इन आरोपों का खंडन किया, कहा कि केवल 8-10 लोगों को हिरासत में लिया गया था और कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई।The Times of India


छात्रों और शिक्षकों की मुख्य मांगें

मांगविवरण
नये vendor की समीक्षाEduquity को ठेका रद्द किया जाए या उसके चयन की प्रक्रिया की जांच हो
स्वतंत्र जांच आयोगइस परीक्षा की गड़बड़ियों की निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार कराई जाए
आर्थिक व मानवीय मुआवजाफ़ीस, यात्रा खर्च और मानसिक तनाव के लिए मुआवजा
परीक्षा प्रक्रियाओं में सुधारस्पष्ट समय-सीमा, तकनीकी तैयारी, और इंसानी व्यवहार सुनिश्चित हो

कार्यवाही स्वीकार्य हुई या नहीं?

SSC के चेयरपर्सन S. Gopalkrishnan ने स्वीकार किया कि कुछ exam centres में procedural lapses हुए हैं। उन्होंने कहा कि पॉइंट ऑफ ड्रिंक समस्या को कम करने की कोशिश की जा रही है और अगले दिन छोटे तकनीकी सुधार किए गए हैं, लेकिन root cause जांच और vendor review में कोई स्पष्ट कदम नहीं उठाया गया।The Times of India+3The Logical Indian+3ThePrint+3The Indian Express


देशभर में प्रतिक्रिया: विरोध की चिंगारी फैल रही


दिल्ली के अलावा अन्य शहर

NSUI सहित कई छात्र संगठन ने protests को समर्थन दिया। Kolkata, Mumbai, Bengaluru, Agra और Lucknow जैसे शहरों में भी प्रदर्शन हुए। NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि यह केवल mismanagement का मामला नहीं, बल्कि युवा आवाज़ को दबाने का प्रयास भी है।ThePrintThe Logical Indian

Grievances संख्या

The Logical Indian की रिपोर्ट के अनुसार 55,000+ शिकायतें SSC को दी जा चुकी हैं, लेकिन SSC की ओर से कोई व्यापक प्रतिक्रिया या समाधान नहीं आया है।The Logical Indian


निष्कर्ष: क्या सिस्टम सुधार होगा?

यह संकट केवल एक administrative failure नहीं है, बल्कि यह भारत के मेरिट-आधारित भर्ती तंत्र की विश्वसनीयता को चुनौती दे रहा है।
आपसे पूछना चाहेंगे:

  • क्या SSC Eduquity के चयन में पारदर्शी था?

  • क्या exam scheduling और communication में सुधार हो गया है?

  • क्या छात्रों को financial relief और compensation मिलेगा?

  • क्या भविष्य में भर्ती प्रक्रिया को फिर से भरोसेमंद बनाया जाएगा?


आगे क्या उम्मीद हो सकती है?

  • SCC / DoPT से बैठक की मांग तेज हुई है। राजनीतिक दबाव बढ़ा है।

  • SSC CGL 2025 जैसी बड़ी परीक्षा आने वाली है—अगर Phase-13 जैसे लापरवाही होंगी तो पूरी credibility गिर सकती है।

  • सोशल मीडिया के अलावा कोर्ट में वकीलों के जरिए judicial review की संभावना भी बढ़ रही है।


समापन भाषण


यह समस्या एक छोटे समूह की नहीं, बल्कि करोड़ों युवाओं की है। जब ही exam process itself सशंकित होगी, तो पारदर्शिता अंधकार मट जाएगी।

Balanced journalism की भूमिका अब अहम है—हालात को समझाते हुए हम सभी पक्षों की आवाज़ उठाएं, लेकिन सत्य और तथ्य की कसौटी न भूले।

Students, educators, parents और नीति निर्माताओं की आवाज़ को सुनना अब जरूरी हो गया है—नहीं तो यह आंदोलन केवल एक सुप्त आवाज़ बनकर रह जाएगा।

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